दोस्तों कुट्टू व्रत में खाने वाला एक बड़ा महत्वपूर्ण चीज है। लोग अकसर व्रत में कुट्टू का आता खरीद के ले जाते हैं। आपने शहरों में इसे लोगों द्वारा Buckwheat कहते हुए भी सुना होगा। buckwheat in hindi is Kuttu .
सो अपने इस आर्टिकल Buckwheat in hindi में आज हम जानेंगे की Buckwheat यानि की कुट्टू क्या है ? कुट्टू का आंटा कैसे बनता है और कुट्टू के फायदे क्या है या फिर कुट्टू के नुक्सान क्या है ?
कुट्टू का आटा सबसे ज्यादा व्रत में खाया जाता है। पर क्यों ?
क्या आपको पता है की अनाज जैसा दिखने वाला यह खाद्य पदार्थ , जो की गेहूं की आटे जैसा दिखता है, वास्तव में अनाज है ही नहीं।
ये आटे जैसा दिखता है पर आटा नहीं है। यह तो एक फल से मिला हुआ पदार्थ है। और इसीलिए इसे व्रत में खाने योग्य माना गया है। है न कमाल की बात ?
इसके आटे रोटी , पूरी या अन्य चीजें बना सकते हैं !
कुट्टू ( Buckwheat in hindi ) की आटा क्या है
सो Buckwheat in hindi के इस आर्टिकल में अब जानते हैं की कुट्टू का आता क्या है और कैसे बनाया जाता है ?
सो कुट्टू की गिनती फल में होती है. इस बकव्हीट (Buckwheat ) का लैटिन नाम फैगोपाइरम एस्कलूलेंट है.
यह पोलीगोनेसिएइ परिवार का पौधा है.
कुट्टू ( Buckwheat in hindi ) पौधे से प्राप्त यह फल तिकोने आकार का होता है. इसे पीसकर आटा तैयार किया जाता है।
कुट्टू ( buckwheat in hindi ) का पौधा ज्यादा बड़ा नहीं होता है. इसमें गुच्छों में फल और फूल आते हैं।
कुट्टू को देश के बहुत कम हिस्से में ही उगाया जाता है.
कुट्टू हिमालय के पर्वतीय हिस्सों जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, उत्तराखंड, दक्षिण के नीलगिरी में और नॉर्थ ईस्ट स्टेट्स में उगाया जाता है.
कूटू के phayade – Kuttu ke phayade in Hindi
कुट्टू को व्रत में खाते हैं क्योंकि यह आटा एक फल से मिलता है। सो इसको अनाज में नहीं माना जाता है। पर कुट्टू के और भी फायदे हैं। आइये देखते हैं की कुट्टू केआटे के क्या क्या फायदे हैं।
कूटू का आटा वजन कम करने के लिए
क्या आपको पता है की कुट्टू का आटा वजन कर करने में कारगर है ( Kuttu ka Atta for Weight Loss in Hindi). इसमें काम मात्रा में कैलोरी पाए जाती है। इसके अलावा इसमें फाइबर और प्रोटीन प्रचुर माया में होता है।
सो वजन काम करने में कारगर है। इसको आप उबले आलू के साथ मिक्स करके बनाएं और एक अच्छे नास्ते का मजा लें।
क्या कुट्टू के आटे से वजन बढ़ता है?
कई लोग ऐसा पूछते हैं। पर जैसा मैंने ऊपर कहा इससे वजन काम करने के फायदा मिलता है।
डायबिटीज ( मधुमेह ) में इसके फायदे
Kuttu Atta for Diabetes in Hindi – कुट्टू का आटा खाने से मधुमेह जैसी बीमारी में भी थोड़ा आराम मिलता है। कूटू में डी-शिरो-इनॉसिटोल भी पाया जाता है। डी-चिरो-इनॉसिटोल एक रसायन है जिसकी टाइप II मधुमेह रोगियों में कमी होती है। टाइप II मधुमेह के नियंत्रण और उपचार के लिए यह रसायन ज़रूरी होता है।
बाकि कुट्टू के आटे में जैसा मैंने पहले बताया की कोलेस्ट्रॉल और फैट काम होता है जिसे फायदा मिलता है।
उच्च रक्तचाप में फायदा देता है
Buckwheat for High Blood Pressure in Hindi – अब कुट्टू के आटे में मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में मिलता है। इसी वजह से यह आटा ब्लड प्रेशर ( रक्तचाप ) को मैनेज करने में सहयक है।
एकदम नेचुरल तरीके से यह काम करता है क्योंकि इसका कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं है।
मास पेशियों और हड्डियों को मजबूत करता है कुट्टू का आटा
कूटू के आटे में कितना प्रोटीन होता है?
क्या आप जानते हो कुट्टू के आटे में 25 फीसदी हाई क्वालिटी प्रोटीएड होता है। यही वजह है की कुट्टु के आटे का सेवन करने से मास पेशिया मजबूत होती है।
कुट्टू कैल्शियम, प्रोटीन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और पोटैशियम का अच्छा सोर्स है. कैल्शियम एक जरूरी पोषक तत्व है, जो हड्डियों और दांतों को मजबूती प्रदान करता है. हड्डियों की हेल्थ ग्रोथ के लिए इन सभी पोषक तत्वों की जरूरत होती है.
लिवर को मजबूत करने में असरदार
शायद आपको पता न हो पर कुट्टू में विटामिन के अलावा बी-कॉम्पलेक्स भी पाया जाता है.
इसलिए कुट्टू का आटा खाने से लिवर को मजबूत करने में मदद मिलती है।
कूटू के नुकसान – Kuttu ke Nuksan in Hindi
कई लोगों को कुट्टू के आटे से एलर्जी हो सकती है। ऐसे में इसका सेवन नहीं करना चाहिए। अगर आपको इससे एलर्जी है तो ये लक्षण आपको दिखाई देंगे।
- उलटी आना
- चक्कर आना
- सांस की तकलीफ होना या गले में कुछ अटका जैसा लगना इत्यादि
ऐसे आपको इसका सेवन तुरंत बंद कर दीना चाहिए
एक चौथाई कप ( १/४ कप ) कूटू के आटे में 3 ग्राम आहार फाइबर होता है। सो जिसको IBS ( इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम ) जैसी शिकायत है उनके लिए यह दिक्कत दे सकता हैं क्योंकि इससे काफी गैस बनेगी पेट में।
कुट्टू के आटे को बहुत दिनों तक नहीं रखें क्योंकि यह जल्दी ख़राब हो जाता है।
दोस्तों उम्मीद करती हों की कुट्टू के आंटे के बारे में मेरी यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। अगर आपका कोई सुझाव है तो आप कमेंट बॉक्स में लिख कर जरूर बताएं।
अपने अगले व्रत के समय जब आप कुट्टू के आटे से बानी चीजों का सेवन कर रहे हों तो उसके फायदे को ध्यान में रखें और फिर इस अद्भुत भोजन का लाभ उठायें।
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