Sports Authority Of India – भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) भारत का सर्वोच्च राष्ट्रीय खेल की संस्था है। इसकी स्थापना 1984 में भारत के “युवा मामले और खेल मंत्रालय ” ( Ministry of Youth Affairs and Sports ) द्वारा भारत में खेल को बढ़ावा देने के लिए की गई थी।
Sports Authority Of India – भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के अंतर्गत नीचे दिए गए education centers और बाकि इकाइयां आती है –
- 2 खेल शैक्षणिक संस्थान ( academic institutes )
- 10 क्षेत्रीय केंद्र (SRC)
- 14 उत्कृष्टता केंद्र (COE / COX)
- 56 खेल प्रशिक्षण केंद्र (एसटीसी)
- 20 विशेष क्षेत्र के खेल (एसएजी) संस्थान।
SAI ने नेताजी सुभाष हाई एल्टीट्यूड ट्रेनिंग सेंटर भी चलाया जो कि शिलारू, हिमाचल प्रदेश में है ( Netaji Subhash Chandra Bose High Altitude training center, Shilaroo, Himachal Pradesh ).
SAI के अंतर्गत दिल्ली में 5 स्टेडियम हैं जो हैं
- जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम
- इंदिरा गांधी खेल परिसर
- ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम
- एसपीएम (SPM ) स्विमिंग पूल कॉम्प्लेक्स और
- Dr. करनी सिंह शूटिंग रेंज (Karni Singh Shooting Range).
जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम भारतीय खेल प्राधिकरण का प्रधान कार्यालय ( Head Office )भी है।
Sports Authority Of India Regional Centers भारतीय खेल प्राधिकरण क्षेत्रीय केंद्र
- गांधीनगर गुजरात में SAI नेताजी सुभाष पश्चिम क्षेत्र क्षेत्रीय केंद्र
- मणिपुर के इम्फाल में SAI नेताजी सुभाष पूर्वोत्तर क्षेत्र क्षेत्रीय केंद्र
- कोलकाता, पश्चिम बंगाल में SAI नेताजी सुभाष पूर्वी केंद्र
- चंडीगढ़ में SAI नेताजी सुभाष क्षेत्रीय केंद्र
- हरियाणा के सोनीपत में SAI चौधरी देवी लाल उत्तरी क्षेत्रीय केंद्र
- लखनऊ उत्तरप्रदेश में SAI Netaji Subhas Regional Centre
- गुवाहाटी, असम में SAI नेताजी सुभाष उत्तर-पूर्व क्षेत्रीय केंद्र
- भोपाल मध्य प्रदेश में – SAI Udhav Das Mehta Bhaiji Central Centre
- कर्नाटक के बेंगलुरु में SAI नेताजी सुभाष दक्षिणी केंद्र
- मुंबई, महाराष्ट्र में SAI क्षेत्रीय केंद्र
Sports Authority Of India Sports College – भारतीय खेल प्राधिकरण कॉलेज
जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, SAI के तहत 2 स्पोर्ट्स कॉलेज हैं। ये संस्थान प्रशिक्षकों और संबद्ध एथलेटिक्स सहायता कर्मियों को प्रशिक्षित करने के लिए खेल चिकित्सा, एथलेटिक्स और शारीरिक शिक्षा में ग्रेजुएट औरपोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं।
नेताजी सुभाष नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स (NSNIS) पटियाला, पंजाब
- खेल कोचिंग में सर्टिफिकेट कोर्स (SAI क्षेत्रीय केंद्र) Certificate in coaching
- स्पोर्ट्स कोचिंग में डिप्लोमा Diploma in Sports Coaching
- खेल चिकित्सा में स्नातकोत्तर डिप्लोमा Post Graduate Diploma in Sports Medicine
- स्पोर्ट्स कोचिंग में मास्टर डिग्री ( Masters degree in Sports Coaching)
लक्ष्मीबाई नेशनल कॉलेज ऑफ फिज़िकल एजुकेशन (LNCPE) तिरुवनंतपुरम, केरल
- शारीरिक शिक्षा में स्नातक डिग्री (BPE) – Bachelors degree in Physical Education
- शारीरिक शिक्षा में मास्टर डिग्री (MPE) – asters degree in physical education
- डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (पीएचडी) ( Full time and part time )
SAI विशेष क्षेत्र खेल केंद्र – SAI Special Area games center
20 SAI Special Area games center विशेष क्षेत्र खेल (SAG) केंद्र हैं
मयिलादुथुराई (तमिलनाडु) | किशनगंज (बिहार ) |
टेलिचेरी (केरल) | कारगिल |
पोर्ट ब्लेयर (अंडमान और निकोबार द्वीप समूह) | अलापुझा (केरल), |
सुंदरगढ़ (ओडिशा ) | धार (मध्य प्रदेश ) |
बोलपुर (पश्चिम बंगाल) | जगतपुर (ओडिशा) |
अगरतला (त्रिपुरा) | आइजोल (मिजोरम) |
इंफाल (मणिपुर) | उत्पलू (मणिपुर) |
कोकराझार (असम) | तिनसुकिया (असम) |
नामची (सिक्किम) | नाहरलागुन (अरुणांचलप्रदेश ) |
गिद्धौर (बिहार ) | रांची (झारखंड) |
Sports Authority Of India- Coach Education Programme
13 जून और 14 जून को, भारतीय खेल प्राधिकरण ने राष्ट्रीय स्पोर्टिंग संघों के साथ मिलकर 22 विषयों में 21 दिनों के ऑनलाइन कोच स्कूलिंग कार्यक्रम ( Online Coach Schooling Program) के बाद कोचों के लिए एक इंटरनेट परीक्षा ( Internet exam – online ) किया था।
यह परीक्षा राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) (National Testing Agency ) के माध्यम से आयोजित की गयी थी ।
परीक्षा की अधिक जानकारी के लिए आप नीचे दिए गए लिंक का अनुसरण कर सकते हैं. सो इस लिंक को क्लिक कीजिये –
Sports Authority Of India – National talent search portal
SAI की अलग-अलग खेल प्रोत्साहन योजनाएं हैं। ऐसी योजनाओं का उद्देश्य प्रतिभाओं की पहचान करना और उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी बनाना है।
इन सभी योजनाओं को SAI केंद्रों के नेटवर्क के माध्यम से लागू किया गया है।
Dsciplines
विभिन्न विषयों, जिनके तहत SAI बच्चों का चयन करता है, निम्नानुसार हैं
सेपक टकराव | वुशु | फेंसिंग | शूटिंग | गटका |
बैडमिंटन | खो खो | टेबल टेनिस | बास्केटबाल | कुश्ती |
कराटे | एथलेटिक्स | जूडो | तीरंदाजी | कयाकिंग और कैनोइंग |
कबड्डी | तैराकी | थांग-टा | भारोत्तोलन ( Wieght Lifting ) | जिमनास्टिक |
सायक्लिंग | मुक्केबाज़ी | हॉकी | वालीबाल | मुकाना |
सिलम्बम | फ़ुटबॉल | हेन्डबोल | सॉफ्टबॉल | तायक्वोंडो |
योजनाएं क्या क्या है
9 योजनाएं हैं जिनके तहत आप आवेदन कर सकते हैं
अनु क्रमांक। | योजना | योजना का लघु नाम | स्कीम का प्रकार |
1 | SAI प्रशिक्षण केंद्र | STC | आवासीय और गैर आवासीय |
2 | SAI उत्कृष्टता केंद्र ( center of excellence ) | COE | आवासीय और गैर आवासीय |
3 | स्पेशल एरिया गेम्स | SAG | आवासीय और गैर आवासीय |
4 | SAI राष्ट्रीय खेल अकादमियाँ (NSA) | NSA | आवासीय और गैर आवासीय |
5 | STC / SAG Ext Center | Ext केंद्र | गैर आवासीय |
6 | आर्मी बॉयज स्पोर्ट्स कम्पनीज | ABSCIT | आवासीय |
7 | NSTC रेगुलर स्कूल | NSTC | गैर आवासीय |
8 | NSTC Akharas | Akhara | गैर आवासीय |
9 | NSTC IGMA | IGMA | गैर आवासीय |
SAI प्रशिक्षण केंद्र
SAI प्रशिक्षण का उद्देश्य जूनियर स्तर पे प्रतिभावन बच्चों के पहचान करना । 12-18 वर्ष की आयु वर्ग में।
SAI प्रशिक्षण केंद्र (STC) उन राज्य में स्थापित किया जाता है, जहां संबंधित राज्य सरकारों द्वारा खेल का बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराया जाता है।
आयु
व्यक्तिगत खेल: 12 वर्ष से 18 वर्ष तक
टीम खेल: 10 वर्ष से 18 वर्ष तक
SAI उत्कृष्टता केंद्र (SAI center Of excellence )
इस योजना में उन खिलाडियों को शामिल किया जाता है , जिन्होंने वरिष्ठ राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन किया है । यह खेल प्राधिकरण के क्षेत्रीय केंद्रों में वैज्ञानिक प्रशिक्षण को आगे बढ़ाने के लिए है।
इस तरह के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस भारत में उपलब्ध सर्वोत्तम प्रतिभाओं के लिए नियमित रूप से कोचिंग और विकास शिविर के रूप में कार्य करते हैं और भावी खिलाड़ियों को तैयार करते हैं।
आयु
12 वर्ष से 25 वर्ष तक।
SAI Special Area Games ( स्पेशल एरिया गेम्स )
विशेष क्षेत्र खेल (Special Area Games ( स्पेशल एरिया गेम्स )) योजना का उद्देश्य देश के दुर्गम आदिवासी, ग्रामीण और तटीय क्षेत्रों से आधुनिक प्रतिस्पर्धात्मक खेल और खेलों के लिए प्राकृतिक प्रतिभाओं की खोज करना और उन्हें खेलों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए वैज्ञानिक रूप से तैयार करना है।
इस योजना में स्वदेशी खेलों और मार्शल आर्ट्स से प्रतिभाओं पहचानना है । योजना का मुख्य उद्देश्य 12-18 वर्ष की आयु वर्ग में किसी दिए गए खेल में क्षमता रखने वाले व्यक्तियों को प्रशिक्षित करना है।
आयु सीमा
व्यक्तिगत खेल: 12 वर्ष से 18 वर्ष तक
टीम खेल: 10 वर्ष से 18 वर्ष तक
आनुवंशिक लाभ वाले बच्चों के लिए: 12 वर्ष से 14 वर्ष तक
SAI राष्ट्रीय खेल अकादमियाँ (NSA)
राष्ट्रीय खेल अकादमियां (NSA) योजना एकल-अनुशासित खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए खेल प्रचार योजनाओं के तहत SAI का प्रस्ताव है।
इसलिए, संबंधित खेल अनुशासन में 14-25 वर्ष की आयु समूह में खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए, राष्ट्रीय खेल संघों के साथ संयोजन के रूप में, SAI द्वारा खेल अकादमियों की स्थापना की जा रही है।
अकादमी योजना प्रशिक्षुओं की दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए अत्याधुनिक खेल सुविधाओं, उपकरणों, आवश्यक खेल विज्ञान के बुनियादी ढांचे और प्रशिक्षित कर्मचारियों के साथ नए प्रशिक्षण केंद्रों के लिए सहायता प्रदान करती है। आवासीय और गैर-आवासीय दोनों प्रशिक्षु खेल अकादमियों में होंगे।
आयु सीमा
12 वर्ष से 25 वर्ष तक।
STC / SAG Ext Center
स्कूल और कॉलेजों में व्यापक कवरेज के लिए, स्कूलों और कॉलेजों को कवर करने के लिए एसटीसी / एसएजी ( STC / SAG ) केंद्र योजना के विस्तार केंद्र ( extension center ) शुरू किए गए थे.
इनका उदेशय स्कूलों और कॉलेजों में खेल के मानकों में सुधार के लिए बुनियादी खेल सुविधाओं की जरूरत को पूरा करना और अच्छे खेल परिणाम का निर्माण करना था ।
गैर-आवासीय बेसिस पर नियमित प्रशिक्षण के लिए 10-18 वर्ष आयु वर्ग के प्रशिक्षुओं को चुना जाता है।
आयु सीमा
10 वर्ष से 18 वर्ष।
आर्मी बॉयज स्पोर्ट्स कम्पनीज
यह भारतीय सेना के साथ SAI का एक सहयोगी उपक्रम है, इस योजना का मुख्य उद्देश्य 8-14 वर्ष की आयु के लड़कों के प्रशिक्षण के लिए सेना के अच्छे बुनियादी ढांचे और अनुशासित वातावरण का उपयोग करना है, ताकि उत्कृष्टता प्राप्त की जा सके।
आयु सीमा
8 वर्ष से 14 वर्ष।
NSTC रेगुलर स्कूल
इस कार्यक्रम के तहत, SAI उन स्कूलों को गोद लेती है, जिनमें खेल की मजबूत सुविधाएँ होती हैं और जिन्होंने खेल के छेत्र में अच्छे परिणाम हासिल किये हैं । कार्यक्रम में नवोदित खिलाड़ी के लिए एक ही स्कूल में अध्ययन और खेल की व्यवस्था होती है।
मुख्य NSTC योजना (1985 में शुरू) के अलावा, भारत में खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए कुछ विशिष्ट उप-योजनाएं शुरू की गई हैं, जिनमें स्वदेशी खेलों को बढ़ावा देना शामिल हैं। ऐसे NSTC उप-कार्यक्रमों में शामिल हैं: स्वदेशी खेल और मार्शल आर्ट्स (IGMA) और अखाड़ा
आयु सीमा
8 वर्ष से 14 वर्ष।
NSTC Akharas
कुश्ती एक सामान्य स्वदेशी खेल था और मुख्य रूप से ग्रामीण स्तर पर खेला जाता था। भारत ने इस खेल में कई अंतरराष्ट्रीय पदक जीते है। इस योजना का उद्देश्य आधुनिक कुश्ती के लिए एक व्यापक आधार बनाने और विभिन्न अखाड़ों द्वारा देश के भिन्न भिन्न जगहों से अच्छा टैलेंट लेके आना है।
आयु सीमा
8 वर्ष से 16 वर्ष।
NSTC IGMA
SAI की गवर्निंग बॉडी ने 12 नवंबर 2001 को अपनी 28 वीं बैठक में ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों के स्कूलों में स्वदेशी खेल और मार्शल आर्ट को बढ़ावा देने और इन खेलों में प्रतिभाओं की प्रतिभा को निखारने के उद्देश्य से इस योजना को शुरू किया था।
खेल और युवाओं के माननीय मंत्री ने बाद में केंद्रीय विद्यालयों, नवोदय विद्यालय, डीएवी, विद्या भारती और इसी तरह के संस्थानों में स्वदेशी खेल और मार्शल आर्ट के प्रचार और विकास के लिए स्कूलों के समूहों के साथ शिक्षण संस्थानों द्वारा संचालित स्कूलों को अपनाने को मंजूरी दी।
आयु सीमा
8 वर्ष से 14 वर्ष।
National talent Search Portal पर एक योजना के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया
आपको पोर्टल साइट पर जाने की आवश्यकता है – वेबसाइट के लिए यहां क्लिक करें
चरण 1 – साइट पर रजिस्टर करें। बच्चे पंजीकृत कर सकते हैं या माता-पिता बच्चों की ओर से पंजीकरण कर सकते हैं
चरण 2 – एक प्रोफ़ाइल बनाएं। यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है। हर साल कई लोग SAI योजनाओं के लिए आवेदन करते हैं। शॉर्टलिस्ट किए जाने के लिए आपको सभी उपलब्ध जानकारी जैसे कि आपके विवरण, प्रतियोगिताओं, प्रमाणपत्रों आदि के साथ प्रोफ़ाइल को पूरा करना होगा
चरण 3 – एक योजना के लिए आवेदन करें। एक बार प्रोफ़ाइल पूरा हो जाने के बाद आप योजनाओं के अनुभाग पर जा सकते हैं और इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।
अपनी योग्यता जांचने के लिए सीधा लिंक
तो दोस्तों, जैसा कि आप देख सकते हैं, सरकार की ओर से खेलों पर बहुत अधिक ध्यान दिया जाता है और प्रतिभा को पहचानने और उनका पोषण करने के लिए विभिन्न योजनाएं हैं और सभी प्रतिभाशाली बच्चों को अपने कौशल को बढ़ाने और बेहतर बनाने के लिए एक अवसर और मंच प्रदान करना है।