Credit card kya hota hai aur ise kaise use karte hain ? दोस्तों आजकल जमाना डिजिटल हो रहा है। जब आप किसी भी दुकान पे सामान खरीदने जाते हैं तो दुकानदार आपसे बोलता है की सामान का पैसा आप किन किन तरीकों से दे सकते हैं।
आप कैश दे सकते हैं (यानि की नकदी दें ), या आप मोबाइल से पेमेंट कर सकते हैं। या फिट कार्ड कार्ड दे सकते हैं। पर क्या आपको पता है की कार्ड कई तरह के होते हैं।
उनसे पेमेंट कैसे होता है। इस कार्ड के पीछे क्या mechanism है। यानि की ये चलता है। आज हम आपको इस आर्टकिले में ये सारी जानकारी देंगे। इस डिजिटल ज़माने में चाहे आप क्लास १ शहर में रह रहे हैं या किसी छोटे कसबे में।
आप सब को इसके बारे में पता होना चाहिए। इसके बारे में ही क्या आपको हर डिजिटल माध्यम के बारे में पता होना चाहिए। चलिए आप सही जगह आये हैं।
आज हम आपको क्रेडिट कार्ड से रिलेटेड जानकारी देंगे। सो आईये देखते हैं की Credit Card kya hai (क्रेडिट कार्ड क्या है ) Credit card kya hota hai और इसका इस्तेमाल कैसे किया जा सकता है।
क्रेडिट कार्ड क्या है – Credit card kya hota hai
आप ATM से पैसे तो निकलते हो होंगे। बैंक ने आपको एटीएम से पैसे निकालने के लिए एक कार्ड दिया होगा। क्रेडिट कार्ड ( Credit Card ) भी ऐसा ही एक कार्ड होता है जो बैंक आपको देती है।
पर या कार्ड क्रेडिट कार्ड क्यों कहलाता है ? Credit card kya hota hai?
इसके पीछे वजह से है की एक क्रेडिट कार्ड आपके खरीदारी के लिए पैसे उधार लेने की अनुमति देता है।
मतलब ये की जब आप कुछ सामान खरीदते हैं तो दुकानदार को पैसे उस वक़्त आप नहीं देते , बल्कि वो क्रेडिट कार्ड कंपनी या बैंक देता है जिसका क्रेडिट कार्ड आप इस्तेमाल कर रहे हैं।
यानि की आप सामान क्रेडिट पे ले रहे हैं और इसलिए इसे क्रेडिट कार्ड कहा जाता है। हर क्रेडिट कार्ड का एक बिलिंगअवधी ( Billing Cycle ) होता है।
बिलिंग साइकिल के अंत में आपके पास बिल आता है की इस अवधी में आपने कितना पैसा क्रेडिट कार्ड के जरिये खर्च किया है और उतना पैसा आपको क्रेडिट कार्ड कम्पनी को वापस करना पड़ता है।
सो एक तरह से आप उस बिलिंग अवधी के लिए क्रेडिट पे सामान ले पाते हैं बिना किसी इंटरेस्ट (ब्याज) के। यह अवधी लगभग २१ दिन की होती है (कम सेकम ).
सो पूरा cycle कैसे चलता है
- आपने सामान खरीदा और क्रेडिट कार्ड से पेमेंट किया
- दुकानदार ने आपको उसका बिल दिया और क्रेडिट कार्ड कंपनी को भी बिल
- क्रेडिट कार्ड कंपनी ने पेमेंट कर दिया
- आप के बिलिंग अवधी में आपने कई बार क्रेडिट कार्ड से पेमेंट किया और क्रेडिट कार्ड कंपनी ने दुकानदार को पेमेंट कर दिया
- बिलिंग अवधी के बाद क्रेडिट कार्ड कंपनी ने आपको बिल भेज दिया और बताया की पैसा कितने दिन में भुगतान करना है
- आपने क्रेडिट कार्ड कंपनी को जितना पैसा का भुगतान करना कई वो दे दिया
और यही स्टेप है बार रिपीट होता है। आप खर्च कीजिए क्रेडिट कार्ड में और बाद में पेमेंट कीजिये
क्रेडिट कार्ड (Credit Card ) से कितना पेमेंट कर सकते हैं – How much payment you can make using credit card
ये निर्भर करता है आपके क्रेडिट कार्ड पे। हर Credit Card की पैसे के मामले में एक तय नियम है की आप इतना से ऊपर खर नहीं कर सकते हैं। इसे क्रेडिट लिमिट (Credit Limit ) भी कहा जाता है।
अब अगर आपका क्रेडिट लिमिट 50000 रुपया है तो आप एक अवधी में 50000 तक ही खर्च कर सकते हैं और जब तक आप इस अवधी (Billing cycle ) का खर्चा वापस नहीं करते आप आगे उतना काम खर्च कर पाएंगे।
कहने का मतलब है की आप जितना आपका क्रेडिट लिमिट है उससे ऊपर नहीं जा सकते हैं।
अब कार्ड्स का लिमिट आपको क्रेडिट कार्ड देते समय तय किया जाता है और ये कई बातों पे निर्भर करता है।
आपकी इनकम , आपकी जॉब या बिज़नेस , आपकी क्रेडिट हिस्ट्री वैगरह वैगरह।
क्रेडिट कार्ड कम्पनीज पैसा कैसे कमाती हैं – how credit card companies earn
अगर आप क्रेडिट कार्ड पे बिलिंग अवधी (billing cycle ) के बाद जितना खर्च किया वो वापस कर देते हैं बिना ब्याज के तो ये क्रेडिट कार्ड कम्पनीज पैसा कैसे कमाती हैं ये सवाल जरूर आपके मन में आया होगा।
तो क्रेडिट कार्ड कम्पनीज 4 तरीके से पैसा कमाती हैं।
- पहला तो वो दुकानदार है जो कुछ चार्ज देता है क्रेडिट कार्ड कम्पनीज को इसके लिए। पर इससे दूकानदार का क्या फायदा ? वो ये है की दुकानदार को क्रेडिट कार्ड वाले कस्टमर भी मिल जाते हैं।
- दूसरा हर क्रेडिट कार्ड के बिल में अगर आप देखेंगे तो उसमे एक देय तिथि ( Bill Due Date ) होता है। और उसमे दो चीजें और होती है। एक तो आपको पूरा पैसा कितना वापस करना है और दूसरा कम से कम कितना वापस करना है यानि के Minimum Amount due और Total Amount Due . अगर आप minimum अमाउंट देते है तो बाकि पैसा का क्या होता है। सो क्रेडिट कार्ड कंपनी उसपे ब्याज लगाती है। वो वो काफी भारी ब्याज होता है। २ से ३ % हर महीना। सो ऐसे लो जो पूरा पैसा टाइम से नहीं दे पते हैं क्रेडिट कार्ड कम्पनीज के लिए बड़े फायदेमंद हैं। उनसे ये कम्पनीज अच्छा कमा लेती है।
- और तीसरा वो लोग है जो due date से पहले पैसा दे ही नहीं पाते हैं। ऐसे लोगो पे कम्पनीज Penalty और ब्याज दोनों लगाती है। और इस तरह से penalty से भी कमाती है।
- और वो आपसे और भी कुछ कमा लेती है – joining fees और yearly fees के रूप में
सो पॉइंट नो २ एंड ३ क्रेडिट कार्ड कम्पनीज को अछि कमाए करवाते है। और दोस्तों यही क्रेडिट कार्ड का सबसे बड़ा नेगेटिव पॉइंट है। आप खर्च तो कर दे पर दे न पाए टाइम से।
क्रेडिट कार्ड कितने टाइप का होता है – Different type of credit cards
सो आपने समझा अब तक की Credit Card kya hai ? आप देखते हैं की ये कितने प्रकार के हैं।
क्रेडिट कार्ड बैंक , क्रेडिट यूनियन या अन्य वित्तीयसंस्थाएं जारी करती है पर वो सभी लगभग इन कम्पनीज का सिस्टम इस्तेमाल करती हैं। सो ये इन ३ प्रकार के तो होते ही हैं।
- VISA (वीसा )
- MASTERCARD (मास्टरकार्ड )
- American Express (अमेरिकन एक्सप्रेस )
और अब भारत में RuPAY के नाम से अपना प्लेटफार्म भी आ गया है और ये भी पॉपुलर हो रहा है।
बाकि लोगों को अपनी तरफ खींचने के लिए कम्पनीज स्कीम भी लती है जैसे
- गाड़ी में तेल भरने में कैशबैक ( जैसे की Citibank का इंडियन आयल क्रेडिट कार्ड)
- या शॉपिंग करने पे पॉइंट्स के रूप में कॅश बैक ( बहुत सारे कार्ड्स हैं इस तरह के )
- या ऑनलाइन शॉपिंग के लिए खासकर बनाये क्रेडिट कार्ड (जैसे अमेज़न और ICICI बैंक द्वारा जारी किया गया )
- या फिर रेल टिकट बुक करने पे कैशबैक (ICRTC वाला क्रेडिट कार्ड )
जैसे नीचे इन दो example को देखिये

कौन सा क्रेडिट कार्ड लेना चाहिए – Which credit card to take
सो ये निर्भर करता है आप पे की आपकी जरूरत क्या है। अगर आप गाड़ी का बहुत इस्तेमाल करते हैं तो जैसा की ऊपर दिखाया है आप Indian Oil वाला कार्ड अप्लाई कर सकते है। अगर अमेज़न पे शॉपिंग ज्यादा करते हैं तो Amazon Pay -ICICI वाला अप्लाई कर सकते हैं।
सो ये आप पे निर्भर करता है की आप क़िस तरह का कार्ड चाहते हैं। हमारे हिसाब के ये कोई खास बजह नहीं है। जरूरी ये है की कार्ड कोई भी लें इस्तेमाल सही ढंग से करें।
क्रेडिट कार्ड के फायदे और नुकसान क्या है – Benefits and Disadvantages of using a credit card
आपने जान लाया की credit card kya hota hai और कितने Credit Card type हैं। अब देखते हैं की इनके फायदे और नुक्सान क्या है।
फायदे | नुकसान |
---|---|
अब आप एक बड़ी खरीदारी कर सकते हैं और समय के साथ कम मात्रा में इसका भुगतान कर सकते हैं। | यदि आप अपने खर्च के बारे में सावधान नहीं हैं, तो आप आसानी से खुद को कर्ज में में डूबा हुआ पाएंगे |
क्रेडिट कार्ड ले जाने से अधिक सुविधाजनक (और सुरक्षित) है। कॅश ले जाने की जरूरत नहीं है | क्रेडिट कार्ड का उपयोग करने में आसानी से आप जरूरत से ज्यादा खर्च कर देते हैं। |
जिम्मेदार से उपयोग करने से , आप अपना क्रेडिट history बना सकते हैं, जो बाद में लोन लेने में मदद करता है । | अगर आपने टाइम से पेमेंट नहीं किया तो क्रेडिट history ख़राब हो जाती है |
कैशबैक जैसी कई लुभावनी स्कीम हैं । | टाइम से पेमेंट न करने पर ब्याज दर बहुत ज्यादा है |
क्रेडिट कार्ड अप्लाई कैसे करे – How to apply for credit card
- क्रेडिट कार्ड कंपनी या बैंक के वेबसाइट पे जाएँ
- उनके क्रेडिट कार्ड वाले ऑप्शन पे क्लिक करें
- जो कार्ड आपको लेना है उसपे क्लिक करे
- अब आगे वाले पेज पर आपको “APPLY ” या “APPLY Now ” जैसा बटन दिखेगा उसे क्लिक करें।
- फिर एक फॉर्म खुलेगा उसे भरे और सारी पूछी गयी जानकारी देके फॉर्म को सबमिट करें
उसके बाद वो क्रेडिट कार्ड कंपनी या बैंक आपको कॉल करेगी और आपका एप्लीकेशन प्रोसेस करेगी
एक बार आपका एप्लीकेशन approve हो गया फिर आपको कार्ड कूरियर से आ जायेगा
एक बार कार्ड आया तो साथ में दिए गए नंबर पे कॉल करके आपको कार्ड activate करवाना होगा
जब कार्ड activate हो गया तो उसे आप इस्तेमाल कर सकते हैं।
क्या क्रेडिट कार्ड (credit card ) application reject हो सकता हैं ?
बिलकुल , बैंक आपको क्रेडिट कार्ड देने से मना कर सकता है। और उसकी वजह ये हो सकती है
- आपकी इनकम criteria जो बैंक ने सेट किया है वो नहीं पूरी होती है
- आपकी क्रेडिट हिस्ट्री (credit history ) सही नहीं है। जैसे की आपने पहले बिल सही टाइम पे नहीं भरे हैं। या आपका loan default है , वैगेरह कई वजह हो सकता है क्रेडिट हिस्ट्री सही न होने का
- आपके गलत जानकारी भरी है फॉर्म में
- आप अपना एड्रेस प्रूफ और आइडेंटिटी प्रूफ नहीं दिए हैं सही से
- आपने बहुत सरे कार्ड के लिए अप्लाई कर दिया है
- आपके पास पहले से ही बहुत सरे कार्ड्स है
कई वजह हो सकती है रिजेक्ट होने के।
क्या क्रेडिट कार्ड फीस भी होता है ? Credit card fees
हाँ २ तरह के फीस हो सकते हैं
- Joining फीस – ये एक बार देना पड़ता है , ज्वाइन करने के टाइम पे
- yearly फीस – ये हर साल देना पड़ता है
पर कई क्रेडिट कार्ड में इसमें से एक या फिर दोनों फीस माफ़ भी होता है। आप जिस कार्ड के लिए अप्लाई कर रहे है उसमे चेक कर ले की फीस है की नहीं
क्रेडिट कार्ड पेमेंट उसे कैसे करे – Credit card ka payment kaise karen
क्रेडिट कार्ड पेमेंट के कई तरीके हैं।
- आप उनकी खुद के वेबसाइट पे जाके पेमेंट कर सकते हैं. मन लीजिये आपका ICICI का क्रेडिट कार्ड है तो आपके ऑनलाइन अकाउंट में वो जुड़ जायेगा और जैसे भी बिल आये आपको वहां लॉगिन करके पेमेंट कर देना है
- आप NEFT द्वारा किसी भी बैंक से पेमेंट कर सकते हैं (ऑनलाइन ट्रांसफर )
- या बैंक जाके कॅश या चेक भी जमा कर सकते है।
पॉपुलर क्रेडटकार्ड कौन कौन से हैं – Popular credit cards
नीचे कुछ मिख्य बैंको के क्रेडिट कार्ड दिए हुए हैं। आप इन लिंक पे क्लिक करके इन बैंको के क्रेडिट कार्ड्स को अप्लाई कर सकते हैं।
ICICI Bank Credit Card – https://www.icicibank.com/card/credit-cards/credit-card.page
HDFC Bank Credit Card – https://www.hdfcbank.com/personal/pay/cards/credit-cards
SBI Credit Cards – https://www.sbicard.com/
Yes Bank Credit Card – https://www.yesbank.in/personal-banking/yes-individual/cards/credit-cards
Axis Bank Credit Card – https://www.axisbank.com/retail/cards/credit-card
Citibank Credit Card – https://www.online.citibank.co.in/credit-card/credit-card.htm
Kotak Mahindra Bank Credit Card – https://www.kotak.com/en/personal-banking/cards/credit-cards.html
आप पैसाबाजार की वेबसाइट ( paisabaazar ) पे जेक भी क्रेडिट कार्ड अप्लाई कर सकते है। नीचे लिंक पे क्लिक करें
https://www.paisabazaar.com/credit-card/
Conclusion
सो दोस्तों क्रेडिट कार्ड के फायदे और नुकसान दोनों है। अगर आप इसे हिसाब से इस्तेमाल करते हैंऔर टाइम से पैसा वापस कर देते हैं तो फायदे ही फायदे है नहीं तो भारी नुकसान भी है।
इसलिए आप इन चीजों का ध्यान रखे। उम्मीद करते हैं की ये आर्टिकल ” Credit card kya hota hai aur ise kaise use karte hain aur ise kaise use karte hain – क्रेडिट कार्ड क्या है इसे कैसे इस्तेमाल करते हैं” पसंद आया होगा। अगर आपका जोई फीडबैक है तो हमें जरूर बताएं।