National daughters day – Rashtriya Beti Divas इस साल २५ सितम्बर को मनाया जायेगा। सो दोस्तों आज चलिए हम Rashtriya Beti Divas के महत्व के बारे में बात करेंगे। स्वागत है दोस्तों आपका हमारे इस पोस्ट – National daughters day essay – Rashtriya Beti Divas pe nibandh
भारत एक विशाल देश है और यह एक बड़ी आबादी वाला देश है । और इसलिए हमारे देश में कई सांस्कृतिक और पारंपरिक विभिन्नता पेयी जाती है । क्या आपको पता है की सितम्बर में लेकिन फिर भी हमारे देश में सभी परंपराओं के अनुसार बेटियों को देवी लक्ष्मी का अवतार माना जाता है और घर में बेटी का आना शुभ माना जाता है। बेटियां घर के लिए भाग्यशाली होती हैं और वे अच्छे भाग्य के साथ-साथ खुशियां भी लेके आती हैं।
बेटियाँ चुलबुली और ऊर्जा से भरी होती हैं। वे पूरे परिवार को ऊर्जा से परिपूर्ण करते हैं और जीवन में ढेर सारी खुशियां लाती हैं । उनके चहकने से घर में हमेशा रौनक सी बनी रहती है जो घर को और खूबसरत बनती है।
बेटियां घर को सुन्दर बनती हैं और घर को सजाने के लिए जानी जाती हैं। वे माँ बाप की मदद करने में हमेशा आगे रहती हैं। घर के काम काज में हाथ बटाने में हमेशा आगे रहती हैं।
आज के ज़माने के बेटियां हर फील्ड में अपना नाम रोशन कर रही हैं। क्रिकेट खेलने से लेकर फाइटर एयरोप्लेन चलाने में भी वो लड़कों से पीछे नहीं हैं।
बेटियों के लिए एक अलग दिन को चिह्नित करने की आवश्यकता क्या थी?
आज भी कई कई परिवारों में बेटियों को बोझ समझा जाता है। और यह कोई एक समूह, छेत्र आदि तक सिमित नहीं हैं। आज भी परिवारों में यह मन जाता है की बेटियां परायी होती हैं और उन्हें विवाह कर घर छोड़ के चले जाना है और इसलिए बेटियों की पढाई पर काम ध्यान दिया जाता है। इसलिए समाज में बेटियों के महत्वा को समझने और समाज में बेटों और बेटियों को बराबर का दर्जा दिलाने के लिए कई कार्यक्रम सर्कार द्वारा चालू किये गए और एक दिन जो बेटियों को समर्पित हो चिह्नित किया गया।
राष्ट्रीय बेटी दिवस कब है?
राष्ट्रीय बेटी दिवस सितंबर महीने के चौथे रविवार को मनाया जाता है। यह दिन भारत में आर्चीज लिमिटेड द्वारा शुरू किया गया है। वे चाहते थे कि भारतीय अपनी बेटियों पर गर्व करें और उनके लिए कभी कम महसूस न करें।
इस साल यह दिन 25 September ( २५ सितम्बर ) 2020 को मनाया जायेगा
वे चाहते थे कि लोग बेटियों के लिए अपने प्यार और देखभाल को व्यक्त करें और उन्हें दिखाएं कि वे माता-पिता के लिए विशेष हैं। यह विचार लैंगिक असंतुलन की समस्या को समर्पित था, भारत में कई जगहों पर बेटियों का समाज में सम्मान कम है। बेटे की प्राथमिकता सिर्फ भारत की समस्या नहीं है, बल्कि पूरी दुनिया में इसका व्यापक प्रसार है।
अतः बेटियों के प्रति समाज का रुख बदलने और उन्हें समाज में वही सम्मान दिलाने के लिए और लोगों को इस समस्या पे जागरूक करने के लिए राष्ट्रीय बेटी दिवस (national daughters day ) लाया गया ।
हालाँकि यह भारत में शुरू हुआ था लेकिन अब यह पूरी दुनिया में मनाया जाने लगा है । बेटियों से संबंधित कई अन्य दिवस भी हैं जैसे – सिस्टर्स डे , अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस, प्रिंसेस डे और कई अन्य ।
तो क्यों, ऐसे दिन को खास बनाया गया?
माता-पिता का उनकी बेटियों के साथ एक बहुत ही खास रिश्ता होता है । और बेटियों को विशेष महसूस कराने के लिए ऐसा दिन बनाया गया और मनाया जाने लगा। आज भी समाज बेटे और बेटियों में फर्क करता है और इस दिन का मुख्य उद्देश्य इसी बुराई के प्रति लोगों को जागृत करना है । माता-पिता को अपनी बेटियों को पालना और उनकी अच्छी परवरिश करना सीखना चाहिए।
न केवल भारत में बल्कि कई अन्य देशों में कन्या भ्रूण हत्या और बालिका मृत्यु दर की समस्या बहुत आम हो गई है। इससे निपटने और लोगों को इसके बारे में जागरूक करने के लिए यह दिन निर्धारित किया गया है। आज की दुनिया में लड़कियां न केवल बराबर हैं, बल्कि कई क्षेत्रों में पुरुषों से भी आगे हैं। हमें बेटियों पर गर्व होना चाहिए।
कई मामलों में यह भी कहा जाता है कि बेटियां माता-पिता की अनकही भावनाओं और जरूरतों को समझ सकती हैं। वे अपनी मां और पिता के लिए सबसे बड़ा भावनात्मक समर्थक के रूप में खड़ी रहती हैं।
बेटियाँ न केवल अपने माता-पिता के लिए बल्कि उन ससुराल वालों के लिए भी खुशियाँ लाती हैं जहाँ उसकी शादी हुई है। वह स्कूल, कॉलेज, कार्यालय और समाज में कहीं भी हर क्षेत्र में अपने आसपास के लोगों के लिए ऊर्जा , प्रेरणा और आनंद का स्रोत है।
National Daughters Day – Rashtriya beti diwas – राष्ट्रीय बेटी दिवस कैसे मनाएं ?
National Daughters Day – Rashtriya beti diwas पूरे दिल से मनाया जाना चाहिए। यह इस बारे में नहीं है कि आप कितना पैसा खर्च करते हैं, बल्कि जिस भावना के साथ आप इसे मनाते हैं।
- इसे अपनी बेटी के लिए सबसे खास दिन बनाएं।
- उस पर अपना सारा प्यार बिखेरें और ढेर सारा आशीर्वाद दें।
- उसका मनपसंद भोजन बनायें और सब लोग साथ में भोजन करें ।
- आप उसे उसकी पसंदीदा जगह पर घुमाने ले जा सकते हैं या
- उसे एक विशेष फिल्म दिखा सकते हैं।
- उसे कार्ड और फूल दें
- आप चाहें तो उसके उपहार खरीद सकते हैं
इस दिन खासकर चाहिए के माता पिता अपनी बेटियों के साथ ढेर सारा वक़्त गुजारे और समाज में गर्व के साथ उसके बारे में भी बोलना भी चाहिए। सबसे महत्वपूर्ण बात उसे एक राजकुमारी और विशेष की तरह महसूस करना। ये दिन ऐसा बना दें की वो हमेशा इन खूबसूरत पल को याद रखे।
बेटियां परिवार का एक अनिवार्य हिस्सा हैं। जिन परिवारों में बेटियां हैं, हम मानते हैं की उन्हें विशेष रूप से भगवान का आशीर्वाद हैं। हमें लगता है की भगवान ने बेटियों को आपके घर भेजा है तो वो आपके अपनी ख़ास कृपा और प्यार बरसाना चाहते हैं । कहते हैं न दुनिया यहाँ के वहां हो जाये पर बेटियां आपका साथ कभी नहीं छोड़ेंगी !
इसलिए हमारा फ़र्ज़ बनता है की हम बेटियों को भी उतना ही सम्मान दें जितना हम बेटों को देते हैं । उन्हें विकसित होने और स्वतंत्र होने का अवसर दें। अगर वह आर्थिक रूप से स्थिर है तो वह आपके बुढ़ापे में आपका साथ दे पाएगी।
बेटियां वो रत्न हैं जो आपको ईश्वर से मिला है। उन पर गर्व करें
आप कभी यह न सोचें कि यह भगवान द्वारा आप पर फेंका गया पत्थर है और उन्हें के सफल इंसान बनाने की कोशिश करें ।आप पाएंगे की वह हमेशा आपकी प्रतिष्ठा को ऊंचा रखेगी और आपको कभी निराश नहीं करेगी।
उसे जीवन की सभी धाराओं में आगे आने का मौका दें। उसे सिर्फ रसोई और खाना पकाने के लिए नहीं बल्कि हर संभव चीज के लिए प्रशिक्षित करें। आप शायद उम्मीद न कर पाएं की वो आपके जीवन में भविष्य में कितनी खुशियाँ ले आएं। हमारे आस पास ऐसे कई उदहारण है जहाँ बेटियों ने माँ बाप का नाम रोशन किया है।